श्रद्धा

श्रद्धा

सारा जहान है जिसकी शरण में,
नमन है उस माँ के चरण में,
हम हैं उस माँ के चरणों की धूल,
आओ मिलकर माँ को चढ़ाएं श्रद्धा के फूल |

घमंडी

घमंडी

क्या पापी क्या घमंडी,
माँ के दर पर सभी शीश झुकाते हैं,
मिलता है चैन तेरे दर पे मैया,
झोली भरके सभी जाते हैं |

मनोकामना

मनोकामना

पहले माँ की पूजा उसके बाद कोई काम दूजा,
आए हैं शुभ दिन मेरी माँ के माँ ने मेरी,
हर मनोकामना पूरी की हैं |

मुस्करायी

मुस्करायी

सजा हे दरबार एक ज्योति जगमगाई है,
सुना हे नवरात्रि का त्योहार आया हैं,
वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्करायी है,
जय माँ दुर्गा |

मुराद

मुराद

जिसका हमको था इंतजार आखिर वो घड़ी आ गई,
होकर सिंह पर सवार माता रानी सबके घर आ गई,
होगी अब हर मन की हर मुराद पूरी,
हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई |

पालनहार

पालनहार

जगत पालनहार है माँ,
मुक्ति का धाम है माँ,
हमारी भक्ति का आधार है माँ,
सबकी रक्षा की अवतार है माँ |

मनोकामना

मनोकामना

1..2..3..4.. माता जी की जे जेकर,
इस नवरात्रि आपकी हर मनोकामना,
माता रानी पूरी करे जय माता दी |

मुबारक

मुबारक

चाँद की चांदनी बसंत की बहार,
फूलों की खुशबू अपनों का प्यार मुबारक हो,
आपको नवरात्रि का त्यौहार शुभ नवरात्रि |

शरण

शरण

मैया के दरबार में दुख-दर्द मिटाए जाते हैं,
जो भी दर पर आते है,
शरण में लिए जाते हैं,
जय माता दी।